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गैरेथ साउथगेट के ताज़ा अपडेट और विश्लेषण

इंग्लैंड फुटबॉल फैन्स हर बार साउथगेट के नाम पर ध्यान देते हैं क्योंकि उनका फैसला अक्सर मैच का परिणाम बदल देता है। हाल ही में उन्होंने कुछ नई रणनीतियों को अपनाया जो टीम की खेलने की शैली को पूरी तरह से बदल रहे हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि ये बदलाव कैसे काम करेंगे, तो आगे पढ़िए—सबसे अहम पॉइंट्स हम यहाँ रखेंगे।

साउथगेट की टीम चयन नीति

पहले सत्र में साउथगेट ने कई युवा खिलाड़ियों को पहली eleven में जगह दी। मॅकडॉउन और बेंजामिन का लगातार प्रदर्शन उन्हें भरोसेमंद बनाता है, जबकि पुराना स्टार राइस अभी भी बैक‑अप विकल्प बना हुआ है। इस चयन में सबसे बड़ा बदलाव पोज़िशनल फ़्लेक्सिबिलिटी पर दिया गया है—खिलाड़ी अब कई रोल निभा सकते हैं, जिससे कोच को मैच के दौरान तेज़ बदलाव करने का मौका मिलता है।

साउथगेट का कहना है कि फॉर्म और फिटनेस ही प्राथमिक मानदंड हैं, उम्र नहीं। इस कारण से कुछ अनुभवी खिलाड़ी जैसे सॉकर ने अपनी जगह कम कर दी, जबकि 21 साल के टेम्परेंको को पहले ही स्टार्टिंग फ़िफ़ा रैंकिंग में एक स्थायी स्थान मिला है। यह नीति टीम को लगातार प्रतिस्पर्धी बनाए रखती है और युवा प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय मंच पर दिखाने का मौका देती है।

आगामी मैचों के लिए तैयारियां

अगले महीने इंग्लैंड यूरोपा क्वालिफ़ायर में खेल रहा है, और साउथगेट ने पहले ही टैक्टिकल ड्रिल्स शुरू कर दी हैं। उन्होंने हाई‑प्रेसिंग को मुख्य रणनीति बना लिया है क्योंकि यह विरोधी टीमों की बिल्ड‑अप को धीमा करता है। इसके साथ ही सेट‑प्ले पर विशेष ध्यान दिया गया—कोने किक और फ्री-किक दोनों में नई रूटीन तैयार की गईं, जिससे गोल करने के मौके बढ़ेंगे।

डिफेंस लाइन में दो-बारिस पोज़िशनिंग का प्रयोग किया जाएगा, जिसका लक्ष्य बैकलाइन को कम जगह देना है। इस योजना में बैनर और स्टोन ने अपने अनुभव से नई भूमिका ली है, जबकि किलियन फॉस्लर की तेज़ गति को विंग पर अधिक उपयोग किया जाएगा। अगर ये रणनीति सही ढंग से लागू हो, तो इंग्लैंड का अटैक अधिक विविध और अप्रत्याशित बन सकता है।

फैन बेस भी इस बदलाव में बड़ी भूमिका निभा रहा है। सोशल मीडिया पर कई फैंस ने साउथगेट की नई लाइन‑अप को सराहा है और उम्मीद जताई है कि ये टीम को विश्व कप 2026 के लिए तैयार करेगा। जबकि कुछ पुरानी पद्धतियों के समर्थक अभी भी संदेह में हैं, लेकिन साउथगेट का ट्रैक रिकॉर्ड दिखाता है कि वह दबाव में बेहतर निर्णय लेता है।

संक्षेप में, गैरेथ साउथगेट अब सिर्फ एक कोच नहीं—वह इंग्लैंड की फुटबॉल पहचान को नया रूप दे रहा है। टीम चयन में लचीलापन, टैक्टिकल बदलाव और युवा ऊर्जा मिलकर इस बार कुछ अलग करने का लक्ष्य रखती हैं। चाहे आप फैंस हों या सामान्य दर्शक, साउथगेट के अगले कदमों पर नजर रखें—इनका असर आने वाले महीनों में साफ़ दिखेगा।

गैरेथ साउथगेट की हैरी केन पर अंधभक्ति ने इंग्लैंड को धक्का पहुँचाया: यूरो 2024 की हकीकत

गैरेथ साउथगेट की हैरी केन पर अंधभक्ति ने इंग्लैंड को धक्का पहुँचाया: यूरो 2024 की हकीकत

गैरेथ साउथगेट द्वारा अनफिट हैरी केन पर भरोसे ने इंग्लैंड के यूरो 2024 के अभियान को कई बार चोट पहुँचाई। साउथगेट की यह आदत कि वह निर्णायक क्षणों में निर्णय लेने में देर कर देते हैं, उन्हें पिछले टूर्नामेंटों में भी महंगी पड़ी है। इंग्लैंड की टीम का प्रदर्शन विवादास्पद था, और इसके चलते फुटबॉल संघ को साउथगेट के भविष्य पर निर्णय लेना होगा।

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