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पुष्कर सिंह धामी – भारत में उभरता सामाजिक उद्यमी

पुष्कर सिंह धामी, एक भारतीय उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो प्रौद्योगिकी‑आधारित कृषि समाधान तथा ग्रामीण विकास में सक्रिय हैं. Also known as पीएस धामी, वह अपने क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कई पहल चलाते हैं। उद्यमी, व्यवसाय स्थापित करने और सामाजिक प्रभाव पैदा करने वाले व्यक्ति कृषि प्रौद्योगिकी, छोटे किसान को डिजिटल टूल्स और सटीक खेती के तरीकों से जोड़ने वाला क्षेत्र सामाजिक पहल, समुदाय‑स्तर पर समावेशी विकास के लिए किए गए कार्य

पुष्कर सिंह धामी का सफर छोटे घर से शुरू हुआ, जहाँ उन्होंने पहली बार किसान की समस्याओं को समझा। अपनी इंजीनियरिंग पढ़ाई के बाद उन्होंने टेक्नोलॉजी को कृषि के साथ जोड़ने का फैसला किया। इस कारण वह उद्यमी की भूमिका में ही नहीं, बल्कि नवाचारी समाधानों के प्रमोटर भी बन गए। उनके द्वारा स्थापित कंपनी ने सच्ची ज़रूरतों को पहचानते हुए सस्ती ड्रिप इरिगेशन और मोबाइल‑आधारित बाजार मंच तैयार किया, जिससे किसान को बेहतर लाभ मिला। यही कारण है कि उनका नाम आज कई ग्रामीण क्षेत्रों में भरोसे का प्रतीक माना जाता है।

कृषि प्रौद्योगिकी में उनका योगदान

"पुष्कर सिंह धामी कृषि प्रौद्योगिकी को अपनाते हैं"—यह सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि एक वास्तविक परिवर्तन है। उन्होंने AI‑संचालित फसल रोग पहचान ऐप लॉन्च किया, जो किसानों को बीज बोने से पहले ही रोग की संभावना बताता है। साथ ही, डाटा एनालिटिक्स की मदद से मौसम के आधार पर फसल चयन की सलाह दी जाती है। ये पहल न सिर्फ उत्पादन बढ़ाती हैं, बल्कि जोखिम को भी घटाती हैं। उनका मानना है कि तकनीकी सुलभता से ही छोटे किसान बड़े बाजारों में कदम रख सकते हैं, और यही उनके कई प्रोजेक्ट्स का मूल लक्ष्य है।

सामाजिक पहल के बिना उनका मिशन अधूरा रहता। इसलिए धामी ने कई ग्रामीण स्कूलों में डिजिटल लैब सेटअप की, जहाँ बच्चों को कंप्यूटर साक्षरता सिखाई जाती है। उन्होंने स्वास्थ्य अभियानों को भी शुरू किया, जिसमें मोबाइल क्लिनिक और टेलीहेल्थ सेवाओं का प्रावधान शामिल है। इन सेवाओं का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण लोगों को आसानी से स्वास्थ्य देखभाल उपलब्ध कराना है। उनके सामाजिक नेटवर्क में स्थानीय NGOs और सरकारी विभाग भी सहयोगी हैं, जिससे पहल का दायरा राष्ट्रीय स्तर तक बढ़ गया है।

उनके कार्यों को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सराहा गया है। कृषि विज्ञान संमेलन में उन्हें ‘सर्वोत्तम नवाचारकर्ता’ का खिताब मिला, जबकि सामाजिक विकास परिषद ने उन्हें ‘समुदाय सर्विस अवार्ड’ से सम्मानित किया। ये मान्यताएँ दर्शाती हैं कि उनका प्रभाव सिर्फ व्यवसाय तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन में भी गहरा है। ऐसे पुरस्कार न सिर्फ उनके काम को मान्यता देते हैं, बल्कि दूसरों को भी प्रेरित करते हैं कि कैसे तकनीक से सामाजिक बदलाव संभव है।

वर्तमान में धामी कई नई परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। उनका अगला लक्ष्य है एक एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म बनाना, जहाँ किसान सीधे उपभोक्ता से जुड़ सकें, बिचौलियों की आवश्यकता खत्म हो। साथ ही, उन्होंने ग्रामीण नवाचार केंद्रों की श्रृंखला खोलने की योजना बनाई है, जहाँ स्टार्ट‑अप आइडिया को फाइनेंस और मेंटरशिप मिल सके। यह प्लेटफ़ॉर्म डिजिटल पेमेंट, लॉजिस्टिक्स और मार्केटिंग को एक ही सिस्टम में समेटेगा, जिससे कृषक के पास पूरी सप्लाई चेन का नियंत्रण होगा।

इन सभी पहलुओं को देखते हुए, नीचे आप पुष्कर सिंह धामी से जुड़ी नवीनतम खबरें, सफलताएँ और आगामी कार्यक्रमों की विस्तृत सूची पाएँगे। यह सूची आपके लिए एक स्पष्ट दृश्य पेश करेगी कि कैसे एक उद्यमी सामाजिक बदलाव का इंजिन बन सकता है और किन क्षेत्रों में उनका प्रभाव सबसे अधिक महसूस किया गया है। आगे का भाग उनके कार्यों की गहरी झलक देगा, जिससे आप उनके योगदान को और बेहतर समझ सकेंगे।

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