मैच का सामान्य सार
16 जुलाई 2025 को दि रोज़ बॉल, साउथहैंप्टन में भारत वर्लीज़ और इंग्लैंड वर्लीज़ के बीच पहला ओडीआई हुआ। इंग्लैंड ने 259 रन बनाकर लक्ष्य रखा। भारत ने शुरुआती साझेदारी से अच्छा स्टार्ट किया – प्रातिका रावल और स्मृति मन्धाना ने मिलकर 48 रन का स्थिर मंच बनाया, जिसमें मन्धाना ने 24 balls में 28 रन बनाए। रावल ने 51 balls में 36 रन जमे।
इनके बाद Harleen Deol ने 44 balls में 27 रन बनाए होते हुए चार बारियाँ लगाईं, जो टीम के लिये एक आवश्यक धारा थी। 22वें ओवर में चाली डीन की गेंद पर, वह एक साधारण सिंगल लेने के इरादे से गेंद को मिड‑ऑन की ओर धकेलती है। शुरुआती हेड‑स्टार्ट के साथ वह नॉन‑स्ट्रिकर के एंड तक पहुँचती है, पर बॅट और पैर दोनों हवा में रहते हैं। इस बीच, अंग्रेज़ फील्डर एलिस डेविडसन‑रिचर्ड्स ने सीधे स्टम्प्स को मारते हुए रनआउट कर दिया। थर्ड अंपायर की जाँच ने पुष्टि की कि देओल अभी भी क्रीज के बाहर थी।

रनआउट का प्रभाव और भारतीय टीम की वापसी
देओल की इस मामूली त्रुटि ने भारतीय पिच को झकझोर दिया। उनका आउट होने के बाद हार्मनप्रीत कौर (17) ने भी जल्दी अपना दम तोड़ दिया, जिससे स्कोर 124/4 हो गया। इस समय भारत की पोजीशन अस्थिर थी, और इंग्लैंड ने दुःखभरी आशा पाई कि वह फिर से काबू पा सकती है।
- प्रातिका रावल – 36 (51)
- स्मृति मन्धाना – 28 (24)
- Harleen Deol – 27 (44)
- हार्मनप्रीत कौर – 17 (??)
हालांकि, मध्य क्रम में झटके के बावजूद, अन्य बल्लेबाजों ने टीम को पुनः मिलाया। वेनिस शॉ (या अन्य स्थिर खिलाड़ी) ने बड़े अंकों की पेंडिंग के साथ स्कोर को स्थिर किया और अंत में भारत ने लक्ष्य को चार विकेट से पार किया। इस जीत में रवि शस्त्री और मार्क बचर जैसे टिप्पणीकारों ने देओल की चूक को “बेसिक एरर” कहा, पर साथ ही उन्होंने भारतीय टीम की दृढ़ता की भी सराहना की।
रनआउट की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर फौरन वायरल हुई, जहाँ प्रशंसकों ने “कैसे ऐसी बेसिक गलती हो सकी?” का सवाल उठाया। कई विशेषज्ञों ने इस इकाई को खिलाड़ियों की फोकस और कोर्ट सिचुएशन एवेयरनेस पर चर्चा के रूप में उपयोग करने का सुझाव दिया। अंत में, इस मैच ने दिखा दिया कि एक ही क्षण टीम के भाग्य को बदल सकता है, पर एक समूह की सामूहिक भावना अंततः जीत का राज़ बनती है।