नीरज चोपड़ा बनाम अर्शद नदीम: जेवलिन दुनिया की नई प्रतिद्वंद्विता
स्पोर्ट्स फैन्स का दिल अभी तक पैरिस ओलंपिक की याद में धड़क रहा है, जहां पाकिस्तान के अर्शद नदीम ने 92.97 मीटर का अविश्वसनीय थ्रो फेंककर नीरज चोपड़ा को पछाड़ दिया था और ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड पर कब्जा जमाया। अब इंतजार है 16 अगस्त 2025 का, जब पोलैंड के सिलेसिया डायमंड लीग में दोनों धुरंधर एक बार फिर आमने-सामने होंगे। पूरे एशिया ही नहीं, दुनियाभर की निगाहें इन दो चैंपियन्स की इस भिड़ंत पर टिकी हुई हैं।
नीरज और अर्शद के बीच मुकाबला अब एक रोमांचक कहानी बन चुका है। बीते मुकाबलों की बात करें तो नीरज ने नौ बार अर्शद को हराया है, जबकि एक बार अर्शद ने बड़ी बाज़ी जीती—और वो मौका कोई मामूली नहीं, बल्कि ओलंपिक जैसा मंच था। नीरज के लिए यह मुकाबला पुराने दबदबे को कायम रखने का मौका है, वहीं अर्शद अपनी नई चमक और सेल्फ-बिलीफ के साथ आएंगे।
- नीरज इस समय वर्ल्ड एथलेटिक्स रैंकिंग में नंबर-वन बने हुए हैं।
- हाल ही में बेंगलुरु में नीरज चोपड़ा क्लासिक 2025 जीतने के बाद उनका कॉन्फिडेंस टॉप पर है।
- अर्शद नदीम फिलहाल दुनिया में चौथे नंबर पर हैं लेकिन ओलंपिक की जीत ने उन्हें मानसिक बढ़त दे दी है।
- दोनों के लिए यह आयोजन एक तरह का ट्रायल भी होगा, क्योंकि सितंबर में टोक्यो वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप सामने है।
क्यों है यह मुकाबला इतना खास?
जेवलिन थ्रो एक तकनीक, ताकत और मज़बूत इरादों का खेल है। पिछले सालों में नीरज ने भारतीय स्पोर्ट्स का चेहरा बदला है, वहीं अर्शद ने पाकिस्तान में एथलेटिक्स को नई उम्मीद दी है। दोनों के बीच की स्पोर्ट्समैनशिप भी चर्चा में रहती है—कई बार देखा गया है कि ये मैदान पर एक-दूसरे को प्रेरित करते दिखते हैं। जीत-हार से परे, आपसी इज्जत इस मुकाबले में एक खास रंग भरती है।
इस बार सिलेसीया डायमंड लीग में फैंस को 90+ मीटर के थ्रो की फिर उम्मीद है। दोनों ही खिलाड़ी नई तकनीकों, बेहतर फिटनेस और रणनीति के साथ आएंगे। नीरज ने जहां लगातार अपने थ्रो में स्थिरता दिखाई है, वहीं अर्शद नदीम ने बड़े इवेंट्स में मौका देख धमाकेदार वापसी की है।
इस बार पोलैंड की मिट्टी पर कौन बाज़ी मारेगा? क्या नीरज अपनी बढ़त कायम रख पाएंगे या अर्शद फिर कोई रिकॉर्ड तोड़ेंगे? इन सवालों के जवाब के लिए अभी थोड़ा इंतजार जरूर है, लेकिन एक बात तय है—यह मुकाबला हमेशा की तरह भारतीय-पाकिस्तानी खेल प्रेमियों के दिलों की धड़कनों को तेज़ कर देगा।
Ashish Chopade
जुलाई 22 2025नीरज की तकनीक अद्वितीय है। हर थ्रो में वो एक यंत्र की तरह सटीक होते हैं। अर्शद के पास जो ज़ोर है, वो बार-बार एक ही बात दोहराता है-लेकिन नीरज का नियंत्रण अद्भुत है।
Shantanu Garg
जुलाई 23 2025अर्शद ने ओलंपिक में जीत कर साबित कर दिया कि नीरज के खिलाफ भी जीत संभव है। अब देखना है कि नीरज क्या जवाब देते हैं। दोनों बहुत अच्छे हैं, बस एक बार फिर से देखना है कौन जीतता है।
Vikrant Pande
जुलाई 24 2025अर्शद की जीत बस एक ऑलिंपिक का शॉट था, न कि एक ट्रेंड। नीरज ने 9 बार उसे हराया है-ये आंकड़े बात करते हैं। अर्शद के थ्रो में लंबी दूरी है, लेकिन तकनीकी शुद्धता में वो नीरज के आगे नहीं। और हां, ओलंपिक का रिकॉर्ड तोड़ना भी एक लक्ष्य नहीं, बल्कि एक अवसर था। नीरज का स्थिरता और लगातार प्रदर्शन उसे असली चैंपियन बनाता है।
Indranil Guha
जुलाई 25 2025अर्शद की जीत को बढ़ावा देने वाले लोगों को याद रखना चाहिए-हमारे नीरज ने भारत को ओलंपिक गोल्ड दिया। अर्शद ने एक बार जीता, लेकिन नीरज ने एक नई पीढ़ी को प्रेरित किया। भारत के लिए ये बस एक खेल नहीं, ये हमारा गौरव है। अर्शद को बधाई तो दी जा सकती है, लेकिन नीरज की उपलब्धि को किसी भी तरह नहीं छोटा समझना चाहिए।
srilatha teli
जुलाई 27 2025इस मुकाबले की सच्ची जीत ये है कि दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे के प्रति सम्मान रखते हैं। नीरज ने अर्शद को ओलंपिक के बाद गले लगाया, अर्शद ने कहा था कि नीरज उनके लिए प्रेरणा हैं। यही वास्तविक जीत है-जीत या हार से परे, एक दूसरे को बढ़ावा देना। इस खेल में दोनों जीत रहे हैं, क्योंकि वो भारत और पाकिस्तान के बीच एक ऐसा रिश्ता बना रहे हैं जो राजनीति नहीं, खेल बना रहा है।