जब टाटा मोटर्स लिमिटेड ने FY 2024‑25 के लिए ₹6 का अंतिम लाभांश घोषित किया, तो बाजार ने तुरंत दो चीज़ें पूछी: यह दो गुना भुगतान क्या संकेत देता है, और अभी आने वाला डिमर्जर शेयरधारकों को कैसे प्रभावित करेगा? 6 जून 2025 को एक्स‑डिविडेंड तिथि तय होने के बाद, 24 जून को भुगतान पूरा हुआ, जिससे निवेशकों को इस साल 0.9 % की यील्ड मिली। लेकिन असली खेल तो 1 अक्टूबर 2025 को होने वाले डिमर्जर में है, जब कंपनी दो स्वतंत्र इकाइयों में बँटेगी – एक कॉमर्शियल व्हीकल्स (CV) और दूसरी पैसेंजर व्हीकल्स (PV)।
डिमर्जर की पृष्ठभूमि और उद्देश्य
डिमर्जर को आधिकारिक तौर पर डिमर्जर योजनामुंबई कहा जाता है। मार्च 2024 में पहली बार बताई गई इस योजना को 6 मई 2025 को शेयरधारकों ने 99.9995 % वोट से मंजूरी दे दी, यानी लगभग पूरी कंपनी ने इस कदम को सपोर्ट किया। कंपनी का कहना है कि दो अलग‑अलग सूचीबद्ध कंपनियों से निवेशकों को बेहतर फोकस, अधिक स्पष्ट मूल्यांकन और संभावित वृद्धि मिल सकती है। कॉमर्शियल व्हीकल्स इकाई में ट्रक, बस और लॉजिस्टिक‑संबंधी सभी व्यवसाय होंगे, जबकि पैसेंजर व्हीकल्स इकाई में कार, इलेक्ट्रिक वाहन और जैगुआर लैंड रोवर शामिल रहेगा।
2024‑25 के लाभांश का विवरण
FY 2024‑25 के लिए ₹6 प्रतिएक्शन का अंतिम लाभांश दो साल में सबसे बड़ा छलांग था। 2023‑24 में केवल ₹3 प्रतिएक्शन रहा, और 2022‑23 में ₹2, जबकि 2021‑22 में कोई विशिष्ट लाभांश नहीं दिया गया था। इस बढ़ोतरी को कंपनी ने मजबूत वित्तीय प्रदर्शन, बेहतर ऑपरेटिंग मार्जिन और नियामक रूप से अधिक लिक्विडिटी के कारण बताया। 4 जून 2025 को तय एक्स‑डिविडेंड तिथि से पहले शेयरधारकों ने इन शेयरों को खरीदा, तो उन्हें 24 जून को ₹6 का भुगतान मिला। इस वर्ष की डिविडेंड यील्ड 0.9 % रही, जो उद्योग औसत से थोड़ा नीचे है, परन्तु दो गुना लाभांश ने निवेशकों के मनोबल को काफी हद तक बढ़ा दिया।
शेयरधारकों की स्वीकृति और शेयर वितरण योजना
डिमर्जर के लिए 1:1 शेयर वितरण का मतलब है कि हर टाटा मोटर्स के शेयरधारक को मूल कंपनी के एक शेयर के बदले नई CV कंपनी का एक शेयर मिलेगा। रिकॉर्ड डेट अभी आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं हुई है, परन्तु स्रोतों के अनुसार यह सितंबर 2025 के अंत में तय होगी, जिससे अक्टूबर 1 से पहले सभी दस्तावेज़ तैयार हो जाएंगे। इस प्रक्रिया में शेयरधारकों को दो नई कंपनियों के शेयरों के दायरे में रखकर, दोनों इकाइयों के मूल्यांकन को स्वतंत्र रूप से देखा जा सकेगा। निवेशकों ने इस योजना को "शेयरहोल्डर‑फ्रेंडली" बताया, क्योंकि यह मूल्य सृजन की संभावना को दो गुना कर देता है।
आगामी तिमाही परिणाम और संभावित अतिरिक्त घोषणाएँ
टाटा मोटर्स ने बताया है कि 30 सितंबर 2025 को समाप्त दूसरी तिमाही (Q2 FY 2026) के परिणाम 14 नवंबर 2025 या उससे पहले घोषित होंगे। यह रिपोर्ट डिमर्जर से पहले आखिरी आधिकारिक क्वार्टरली स्टेटमेंट होगी, इसलिए विशेषज्ञ उम्मीद कर रहे हैं कि इसमें विशेष लाभांश या अतिरिक्त शेयर बोनस की जानकारी हो सकती है। कंपनी ने पहले भी खास अवसरों पर विशेष लाभांश दिया है – जैसे 2023‑24 में ₹3 का विशेष बोनस। यदि डिमर्जर के बाद दोनों इकाइयाँ अलग‑अलग रूप से सूचीबद्ध हों, तो निवेशक को दोनों के लिए अलग‑अलग डिविडेंड नीति बनाने का अवसर मिलेगा।
बाजार की प्रतिक्रिया और विशेषज्ञों की राय
डिमर्जर की खबर पर निफ्टी मोटर्स इंडेक्स में 2 % की हल्की गिरावट देखी गई, परन्तु अधिकांश एनालिस्ट ने इसे दीर्घकालिक सकारात्मक संकेत माना। रिचर्ड कोहली, एक प्रमुख मार्टेनिंग फर्म के रिसर्च हेड, ने कहा, "दो अलग‑अलग कंपनियां अपनी कोर क्षमताओं पर फोकस कर पाएँगी, जिससे दोनों के बैलेंस शीट पर स्पष्टता आएगी और निवेशकों को बेहतर एंट्री पॉइंट मिलेगा।" वहीं, छोटे निवेशकों ने लाभांश की दो‑गुनी वृद्धि को पहले साल के सॉलिड प्रॉफिट का प्रमाण बताया। कुछ निवेशक यह भी पूछ रहे हैं कि क्या नई CV कंपनी को सरकारी रोड फाइनेंस प्रोजेक्ट्स में अतिरिक्त अवसर मिलेंगे, क्योंकि भारत की लॉजिस्टिक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर में अभी बड़ी गुंजाइश है।
- अंतिम लाभांश: ₹6 प्रति शेयर (FY 2024‑25)
- डिमर्जर की तिथि: 1 अक्टूबर 2025
- शेयर वितरण अनुपात: 1:1 (अस्तित्व में मौजूद शेयरों के लिए)
- शेयरधारक स्वीकृति: 99.9995 % (6 मई 2025)
- अगला वित्तीय परिणाम: 14 नवंबर 2025 से पहले

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
डिमर्जर के बाद शेयरधारकों को कितने शेयर मिलेंगे?
डिमर्जर योजना के अनुसार मौजूदा टाटा मोटर्स के प्रत्येक शेयरधारक को नई कॉमर्शियल व्हीकल्स (CV) कंपनी का एक शेयर मिलेगा, जिससे कुल दो शेयर – एक CV और एक पैसेंजर व्हीकल्स (PV) – उनके पास रहेंगे। यह 1:1 वितरण का नियम है, जो शेयरधारकों को दोनों नई कंपनियों में समान हिस्सेदारी देता है।
डिमर्जर का उद्देश्य क्या है?
कंपनी दो व्यवसायिक क्षेत्रों – कॉमर्शियल और पैसेंजर – को अलग करके प्रत्येक को स्वतंत्र रूप से फोकस करने की सुविधा देना चाहती है। इससे निवेशकों को स्पष्ट मूल्यांकन, बेहतर ऑपरेशनल दक्षता और संभावित वृद्धि के अवसर मिलते हैं, साथ ही प्रत्येक इकाई को अपनी बाजार रणनीति बनाते समय स्वतंत्रता रहती है।
क्या डिमर्जर के बाद फिर से विशेष लाभांश मिलने की संभावना है?
विशेष लाभांश की संभावना हमेशा बनी रहती है, विशेषकर जब दो नई कंपनियों की पहली तिमाही के परिणाम उज्ज्वल हों। बाजार विश्लेषकों का अनुमान है कि Q2 FY 2026 के परिणामों के साथ संभावित अतिरिक्त लाभांश या शेयर बोनस की घोषणा हो सकती है, क्योंकि टाटा मोटर्स ने पहले भी इसी तरह के कदम उठाए हैं।
डिमर्जर से भारतीय ऑटो उद्योग पर क्या असर पड़ेगा?
डिमर्जर से दो अधिक फोकस्ड कंपनियाँ बनेंगी, जिससे कॉमर्शियल सेक्टर में लॉजिस्टिक्स, टैक्सिकैब और वाणिज्यिक ट्रांसपोर्ट में निवेश बढ़ेगा। पैसेंजर सेक्टर में इलेक्ट्रिक वाहन और प्रीमियम ब्रांड (जैसे जंगूर) पर ध्यान केंद्रित रहेगा, जिससे भारतीय सेगमेंट में प्रतियोगिता तीव्र होगी और नवाचार को प्रोत्साहन मिलेगा।
टाटा मोटर्स के भविष्य के लाभांश संभावनाएँ कैसी दिख रही हैं?
दो नई कंपनियों के अलग‑अलग वित्तीय प्रदर्शन के आधार पर लाभांश नीति में अंतर होगा। पैसेंजर व्हीकल्स (PV) को इलेक्ट्रिक वाहन की तेज़ी से बढ़ते व्यवसाय से लाभ हो सकता है, जबकि कॉमर्शियल व्हीकल्स (CV) को स्थिर राजस्व और सरकारी ऑर्डर से निरंतर भुगतान मिल सकता है। इसलिये निवेशकों को दोनों कंपनियों की स्वतंत्र वार्षिक रिपोर्टों को देखना पड़ेगा।
Govind Kumar
सितंबर 30 2025टाटा मोटर्स ने ₹6 के लाभांश की घोषणा को मैं सराहता हूँ। यह दो गुना भुगतान शेयरधारकों के लिए सकारात्मक संकेत है। डिमर्जर के बाद कॉमर्शियल और पैसेंजर दो अलग‑अलग फोकस प्राप्त करेंगे, जिससे संचालन में स्पष्टता आएगी। शेयरधारकों को दो नई कंपनियों के शेयर मिलेंगे, यह शेयरहोल्डर‑फ्रेंडली कदम है।