राहुल गांधी का 54वां जन्मदिन: कांग्रेस और INDIA गठबंधन से शुभकामनाएं
19 जून को राहुल गांधी 54 वर्ष के हो गए और उन्हें देश भर से शुभकामनाएं मिलीं। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, पूर्व उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवनाथ रेड्डी समेत कांग्रेस और INDIA गठबंधन के कई नेताओं ने उन्हें बधाई दी। खड़गे ने गांधी की भारतीय संविधान का सम्मान करने और जनता की सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का उल्लेख किया।
मल्लिकार्जुन खड़गे की प्रशंसा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राहुल गांधी के समर्पण और उनके अनुशासन की प्रशंसा की। खड़गे ने कहा कि गांधी का भारतीय संविधान के मूल्यों के प्रति गहरा आदर और सामाजिक न्याय के प्रति अपार समर्पण उनके व्यक्तित्व को अद्वितीय बनाता है। खड़गे ने बताया कि देश में एकता और सद्भावना बनाए रखने के लिए राहुल गांधी ने अप्रतिम प्रयास किए हैं।
खड़गे ने गांधी के उस विचार को भी साझा किया जिसमें उन्होंने अपने जन्मदिन पर किसी भी बड़े आयोजन से बचने का निर्देश दिया और इसके बजाय मानवीय प्रयासों और स्नेहदान को प्राथमिकता दी। गांधी का यह कदम दिखाता है कि वे किस प्रकार समाज के हित के लिए सतत प्रयत्नशील रहते हैं।
अन्य नेताओं की शुभकामनाएं
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने भी राहुल गांधी को जन्मदिन की बधाई दी और उनके द्वारा दिखाए गए नेतृत्व को सराहा। स्टालिन ने कहा कि राहुल गांधी ने न केवल तमिलनाडु बल्कि पूरे देश में लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
पूर्व उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी राहुल गांधी को शुभकामनाएं दीं। यादव ने कहा कि गांधी ने देश के गरीब और हाशिए पर रहने वाले नागरिकों के लिए कई संघर्ष किए हैं और उनके हकों की रक्षा की है। यादव का मानना है कि ऐसी सच्ची निष्ठा और साहस ही उनकी पहचान को मजबूत करती है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंथ रेड्डी ने भी गांधी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। रेड्डी ने कहा कि गांधी का व्यक्तित्व और उनकी ईमानदारी सभी नेताओं के लिए एक प्रेरणा है।
कांग्रेस की सराहना
कांग्रेस के महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने भी राहुल गांधी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि गांधी ने बहुत सारे संघर्षों का सामना किया है लेकिन कभी भी अपने सिद्धांतों से नहीं टले। वेणुगोपाल ने कहा कि गांधी ने हमेशा प्रेम को नफरत के सामने चुना और लोकतंत्र को बहाल करने और उम्मीद जगाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कांग्रेस पार्टी ने भी राहुल गांधी को उनके 54वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं और उन्हें प्यार और सेवा के प्रतीक के रूप में सम्मानित किया। गांधी के इस विशेष दिन पर, पार्टी ने उनके योगदान को एक बार फिर से मान्यता दी और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का प्रण किया।
sugandha chejara
जून 20 2024राहुल गांधी जी का जन्मदिन बहुत खास है, क्योंकि उन्होंने इस दिन किसी बड़े जश्न की बजाय गरीबों के लिए खाना बांटने का फैसला किया। ऐसे नेता आज कल कम ही मिलते हैं।
मैंने एक गांव में देखा था, जहां उनके टीम ने 500 परिवारों को रोजगार के लिए ट्रेनिंग दी। इसी तरह की छोटी-छोटी बातें बड़े बदलाव लाती हैं।
DHARAMPREET SINGH
जून 22 2024अरे भाई, ये सब नेताओं का नाटक है। जन्मदिन पर खाना बांटना? ये तो एक बड़ा PR गेम है।
उन्होंने जब लोकसभा में बोला था कि 'हम लोगों के लिए आए हैं', तो उसके बाद क्या हुआ? नहीं हुआ कुछ।
कांग्रेस के नेता तो हर बार इसी तरह की बातें करते हैं, फिर चुनाव के बाद गायब हो जाते हैं।
gauri pallavi
जून 23 2024अच्छा हुआ कि किसी ने खाना बांटा, नहीं तो शायद इस दिन उनका बर्थडे केक भी किसी ने नहीं खाया होता।
सच बताऊं तो मैं भी उनके लिए एक डिश बनाने का सोच रही थी, लेकिन फिर सोचा-अरे बेटा, तू तो खुद रोटी नहीं बना पा रही।
कम से कम उन्होंने एक चीज की जो आजकल के नेताओं ने नहीं की: अपना जश्न दूसरों के लिए बनाया।
Agam Dua
जून 25 2024ये सब नाटक है। बर्थडे पर खाना बांटना? तो फिर वो क्या करते हैं जब चुनाव नहीं होता? जब गरीबों को बेसिक सुविधाएं नहीं मिलतीं?
ये सब इमेजिंग है। एक ऐसा नेता जो अपने जन्मदिन पर देश के लिए कुछ करे-ये तो बहुत बड़ी बात है।
लेकिन जब तक उनके पास एक वास्तविक योजना नहीं होगी, ये सब बस धुंधला आलोक है।
Gaurav Pal
जून 25 2024ये लोग तो हमेशा एक ही रास्ता चलते हैं-प्यार बोलकर, भावनाएं भरकर, फिर अपने घर चले जाते हैं।
एक बार देखो, जब एक बच्चा बीमार होता है, तो क्या राहुल गांधी वहां जाते हैं? नहीं।
वो तो ट्विटर पर एक ट्वीट डाल देते हैं। अब ये बर्थडे का खाना बांटना भी उसी कैटेगरी में आता है।
बहुत अच्छा है? नहीं। बहुत बोरिंग है।
sreekanth akula
जून 25 2024राहुल गांधी का यह कदम भारतीय संस्कृति के गहरे मूल्यों से मेल खाता है-सेवा, त्याग, विनम्रता।
इस देश में जब कोई बड़ा व्यक्ति अपने जन्मदिन पर दूसरों के लिए कुछ करता है, तो ये अपने आप में एक धार्मिक अनुष्ठान हो जाता है।
हमारे पुराने गुरु, ऋषि-मुनि, और आधुनिक नेता जैसे गांधी जी भी ऐसा ही करते थे।
इस तरह के कदमों को देखकर मुझे लगता है कि देश की आत्मा अभी भी जिंदा है।
हमें इसे बचाना होगा, न कि इसे ट्वीट करके नीचा दिखाना।
Sarvesh Kumar
जून 27 2024ये सब बकवास है। जन्मदिन पर खाना बांटना? तो फिर देश को बेहतर बनाने के लिए क्या किया? कुछ नहीं।
कांग्रेस तो हमेशा बातें करती है, फिर भी देश बर्बाद हो रहा है।
हमें ऐसे नेताओं की जरूरत नहीं, हमें काम करने वाले नेताओं की जरूरत है।
ये लोग तो अपने नाम के लिए जीते हैं, देश के लिए नहीं।
Ashish Chopade
जून 29 2024प्रतिबद्धता का असली परीक्षण न तो ट्वीट्स से होता है, न ही बर्थडे केक से।
यह तो वही है जब एक आम आदमी के घर जाकर उसकी बीमार बेटी के लिए दवा लाया जाए।
राहुल गांधी ने यही किया।
यही वास्तविक नेतृत्व है।
अगर आपको ये नहीं लगता, तो आपको भारत की जनता के बारे में नहीं पता।
Shantanu Garg
जून 29 2024मैंने एक बार उत्तर प्रदेश में एक गांव में एक लड़की को देखा था, जिसने राहुल गांधी के नाम पर एक छोटा सा स्कूल बनाया था।
उसकी मां ने कहा-'उन्होंने हमारी बेटी को भविष्य दिया।'
ऐसी बातें ट्विटर पर नहीं दिखतीं।
लेकिन वो होती हैं।
Vikrant Pande
जून 29 2024अरे भाई, ये सब तो बहुत पुराना हो चुका है।
राहुल गांधी के जन्मदिन पर खाना बांटना? तो फिर उन्होंने अपने पार्टी के लिए एक नया विजन क्यों नहीं बनाया?
हमें एक नया नेता चाहिए, न कि एक जीवित पुराना ट्रेंड।
ये सब तो फैमिली बिजनेस है।
अगर आपको लगता है कि ये बदलाव है, तो आप गलत हैं।
ये तो वही बात है, बस नया लेबल लगा दिया।
Indranil Guha
जून 30 2024आप लोग इसे नेतृत्व कह रहे हैं? ये तो बस एक नाटक है।
एक नेता का काम होता है-कानून बनाना, नीतियां बनाना, आर्थिक विकास करना।
खाना बांटना तो कोई भी स्वयंसेवी कर सकता है।
ये तो बस एक फोटो शूटिंग है।
आप लोग इसे नेतृत्व कहकर भ्रमित कर रहे हैं।
ये देश के लिए नहीं, बल्कि आपके भावनात्मक निर्माण के लिए है।
srilatha teli
जुलाई 1 2024हम जिस तरह के नेताओं को चाहते हैं, वही हम बनाते हैं।
अगर हम बस ट्वीट्स और इमेजिंग की तरफ देखते रहेंगे, तो हमें वही मिलेगा।
राहुल गांधी के जन्मदिन पर खाना बांटने का यह कदम, एक छोटा सा आंदोलन है-एक ऐसा आंदोलन जो शायद अगले दशक में एक बड़े बदलाव का बीज बन जाए।
हमें इसे नकारने की जगह, इसे बढ़ावा देना चाहिए।
क्योंकि एक दिन यही छोटी बातें देश को बदल देंगी।
हमें उम्मीद के लिए जगह बनानी होगी, न कि निराशा के लिए।
Sohini Dalal
जुलाई 3 2024मैंने सोचा था कि आज किसी ने राहुल गांधी को बधाई देगा, लेकिन नहीं-सब ने उनकी आलोचना कर दी।
क्या ये हमारी संस्कृति है? जब कोई कुछ करता है, तो हम उसे नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं?
शायद हमें खुद को बदलना होगा।
Suraj Dev singh
जुलाई 3 2024अच्छा हुआ कि एक नेता ने अपना जन्मदिन दूसरों के लिए समर्पित किया।
ये बहुत बड़ी बात है।
मैं नहीं जानता कि आप लोग क्या चाहते हैं-लेकिन मुझे लगता है कि अगर ये एक नेता का नियम बन जाए, तो देश बदल जाएगा।
Arun Kumar
जुलाई 3 2024अरे भाई, ये तो बहुत बड़ा विषय है।
राहुल गांधी जी का जन्मदिन, उनके जीवन का एक पल, जिसमें देश के लाखों लोगों के जीवन छू गए।
क्या आपने कभी सोचा कि एक खाना बांटने वाला व्यक्ति देश का भविष्य बन सकता है?
हम तो हमेशा बड़े-बड़े घोषणापत्र चाहते हैं।
लेकिन देखो, एक छोटा सा कदम, एक छोटा सा भोजन, एक छोटा सा स्माइल-ये सब एक नई शुरुआत है।
हमें इसे देखना होगा।
अगर आप इसे नहीं देख पा रहे हैं, तो शायद आपकी आंखें बंद हैं।
और ये देश इसी तरह के लोगों के लिए नहीं है।
ये देश उन लोगों के लिए है जो देखते हैं।
और जो सुनते हैं।
और जो बदलाव की उम्मीद रखते हैं।