टी20 लीग के पहले मैच में भारत मास्टर्स की धमाकेदार शुरुआत
इंटरनेशनल मास्टर्स लीग (आईएमएल) 2025 का पहला मैच भारत मास्टर्स और श्रीलंका मास्टर्स के बीच डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला गया, जहाँ एक अद्भुत मुकाबले में भारत मास्टर्स ने श्रीलंका मास्टर्स को चार रनों से हराकर विजय प्राप्त की। यह मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद आकर्षक और जोशीला साबित हुआ। भारत मास्टर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 222/4 का शक्तिशाली स्कोर खड़ा किया।
बिन्नी और यूसुफ पठान की धमाकेदार पारी
स्टुअर्ट बिन्नी ने 31 गेंदों पर धमाकेदार 68 रन बनाए, जिसमें 7 छक्के और 3 चौके शामिल थे। यूसुफ पठान ने भी 22 गेंदों में 56 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें 6 छक्के और 3 चौके शामिल थे। दोनों खिलाड़ियों ने गुरकीरत सिंह मान (44 रन, 32 गेंद) के साथ मिलकर टीम के लिए एक मजबूत नींव तैयार की।
श्रीलंका मास्टर्स की ओर से, कुमार संगकारा ने 30 गेंदों में 51 रनों की पारी खेली। जीवन मेंडिस ने तेज-तर्रार 42 रनों की पारी खेली और उन्होंने संगकारा के साथ साझेदारी करते हुए टीम की उम्मीदों को जिंदा रखा।
हालांकि, इरफान पठान ने 3/39 के आंकड़े के साथ महत्वपूर्ण विकेट चटकाए, जिसमें संगकारा और चतुरंगा डी सिल्वा शामिल थे। उनके इस प्रदर्शन ने मैच का रुख बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अंतिम ओवर में, अभिमन्यु मिथुन ने 9 रन का सफलतापूर्वक बचाव करते हुए श्रीलंका की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इस ओवर में इशरु उडाना की कोशिशें भी विफल रहीं। इस जीत के साथ, भारत मास्टर्स ने टूर्नामेंट में धमाकेदार शुरुआत की।
Manu Tapora
फ़रवरी 23 2025बिन्नी ने तो बस धमाका कर दिया। 31 गेंदों में 68 रन, 7 छक्के... ये नहीं तो क्या है मास्टर्स लीग का स्वाद?
और यूसुफ पठान ने फिर से याद दिला दिया कि अभी भी वो बल्लेबाजी के जादूगर हैं।
Sohini Dalal
फ़रवरी 24 2025अरे ये सब तो पुरानी बात है, श्रीलंका वालों ने तो बस थोड़ा ध्यान नहीं दिया। अगर वो अपने अंतिम ओवर में बॉल लगातार डालते तो जीत उनके नाम हो जाती।
venkatesh nagarajan
फ़रवरी 26 2025इस जीत के पीछे एक गहरा संदेश है... युवाओं के बीच बुढ़ापे का सम्मान नहीं, बल्कि अनुभव का उपयोग है।
बिन्नी और यूसुफ ने दिखाया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है।
समय के बहाव में भी जब ज्ञान और आत्मविश्वास बरकरार रहते हैं, तो जीत अनिवार्य हो जाती है।
हम अक्सर बल्ले की आवाज़ को ही जीत मान लेते हैं, लेकिन ये विजय तो दिल की शांति की जीत है।
Drishti Sikdar
फ़रवरी 26 2025मैंने तो बस इरफान पठान के बारे में सोचा... उनके बेटे भी अच्छे खिलाड़ी हैं ना? क्या वो भी इस लीग में आएंगे? ये तो फैमिली ट्रेडिशन बन गई है।
indra group
फ़रवरी 27 2025श्रीलंका मास्टर्स को तो बस एक बार भी नहीं देखा जाना चाहिए। हमारे बल्लेबाजों ने उनकी गेंदबाजी को टूटे हुए चश्मे जैसा बना दिया।
अगर ये लीग भारत के नाम से चल रही है, तो दूसरे देशों को बस बैठकर देखना चाहिए।
कुमार संगकारा? वो तो अपने ज़माने के अंतिम छाया हैं।
हमारे यूसुफ ने उनकी आत्मा को भी छीन लिया।
sugandha chejara
फ़रवरी 27 2025वाह, ये बहुत खूबसूरत था। बिन्नी की शुरुआत और यूसुफ की फिनिशिंग... दोनों ने अलग-अलग तरीके से दिखाया कि कैसे अनुभव और जुनून मिलकर कुछ अद्भुत बनाते हैं।
अभिमन्यु की अंतिम ओवर तो एक फिल्म सीन जैसी थी।
हर एक खिलाड़ी ने अपनी भूमिका निभाई, ये टीमवर्क का असली रूप है।
इस तरह के मैच बच्चों को सिखाते हैं कि लगन और साथ देना क्या होता है।
DHARAMPREET SINGH
फ़रवरी 28 2025अरे भाई, ये तो एक टीवी शो है ना? बिन्नी के छक्के? यूसुफ के बैट? ये सब फिल्मी ड्रामा है।
मैंने तो बस इंटरव्यू में बिन्नी का लुक देखा... उसके शूज़ में भी बैंड लगा हुआ था।
ये लीग तो सिर्फ नोस्टैल्जिया और फैंसी का बाज़ार है।
अगर ये ऑथेंटिक होता तो बोर्ड ने इतना ब्रांडिंग नहीं किया होता।
मैं तो बस बिन्नी के जूते पर फोकस कर रहा हूँ।
gauri pallavi
मार्च 2 2025अभिमन्यु ने जो ओवर बचाया... वो तो मेरे दिल के लिए भी बचाया।
मैं तो बस बैठी थी, चाय पी रही थी, और अचानक घड़ी बजी...
और फिर वो ओवर...
मैंने चाय उलट दी।
लेकिन अच्छा लगा।
Agam Dua
मार्च 3 2025ये सब बकवास है। इतने ज़्यादा छक्के? ये टी20 का नहीं, एक बच्चों का खेल है।
कुमार संगकारा को तो बस गेंद देखने का अवसर मिला... बाकी सब बिन्नी के लिए बना हुआ था।
ये लीग खिलाड़ियों के लिए नहीं, बल्कि उनके बेटों के लिए है जो अपने पिता को याद करना चाहते हैं।
अगर वास्तविकता चाहिए तो रणजी ट्रॉफी देखो।
ये तो बस एक नोस्टैल्जिक लुटेरा है।
Gaurav Pal
मार्च 5 2025मैंने तो बस यूसुफ के बाद इरफान को देखा... ये दोनों एक जैसे हैं ना? बस एक बल्लेबाज है, दूसरा बॉलर।
अगर ये दोनों एक टीम में होते तो दुनिया को चकमा दे देते।
अब तो ये दोनों अलग अलग टीमों में हैं... ये तो बहुत अजीब बात है।
ये लीग तो बस फैंस के दिलों में बसी है, न कि वास्तविकता में।
sreekanth akula
मार्च 7 2025इस मैच को देखकर लगा जैसे भारत की संस्कृति का एक टुकड़ा जीवित हो गया।
बिन्नी का बल्ला, यूसुफ की फ्लैट शॉट्स, इरफान का धीमा लेगस्पिन... ये सब एक नृत्य है।
हमारे बच्चे आज टिकटॉक पर नाच रहे हैं, लेकिन ये मैच तो एक जीवित विरासत है।
ये लीग हमें याद दिलाती है कि क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक भावना है।
Sarvesh Kumar
मार्च 7 2025श्रीलंका के लोगों को तो बस बैठकर देखना चाहिए। हमारे बल्लेबाजों ने उनकी गेंदबाजी को बर्बाद कर दिया।
ये जीत नहीं, एक शिक्षा है।
अगर तुम भारत के खिलाफ खेलने आते हो, तो तैयार रहो कि तुम्हारा नाम भूल जाएंगे।
Ashish Chopade
मार्च 9 2025अत्यंत प्रशंसनीय। भारत मास्टर्स ने अपनी विरासत का सम्मान किया।
इरफान पठान का प्रदर्शन अत्यधिक उच्च स्तर का है।
यह टीम अत्यंत प्रेरणादायक है।
भारत के लिए गौरव।
Shantanu Garg
मार्च 10 2025बिन्नी ने अच्छा खेला। यूसुफ भी।
अभिमन्यु का अंतिम ओवर अच्छा था।
श्रीलंका के खिलाड़ियों ने भी अच्छा किया।
मैच अच्छा लगा।
Vikrant Pande
मार्च 12 2025अरे भाई, ये सब तो बस एक रिमिक्स है।
बिन्नी को तो बस अपने पुराने फिल्मों के बीच घुला दिया गया।
यूसुफ के बाद इरफान का आना? ये तो ड्रामा का फैक्टर है।
अगर ये लीग असली होती तो इरफान ने अपने बेटे को भी टीम में डाल दिया होता।
ये सब तो बस फैंस के लिए बनाया गया एक विश्वास है।
Indranil Guha
मार्च 14 2025ये लीग भारत की शक्ति का प्रतीक है। श्रीलंका के खिलाड़ियों को ये जीत एक दर्द देने वाली है।
हमारे बल्लेबाजों ने दिखाया कि भारतीय खिलाड़ी कभी नहीं टूटते।
अगर दूसरे देश इस लीग में शामिल होते हैं, तो उन्हें अपनी सीमाएं याद रखनी चाहिए।
ये जीत हमारे राष्ट्रीय गौरव की निशानी है।