WPL 2025 की नीलामी: एक विशेष अवलोकन
महिला प्रीमियर लीग (WPL) 2025 की मिनी-नीलामी 15 दिसंबर, 2024 को बेंगलुरु के आईटीसी गार्डेनिया में हुई। इस साल की नीलामी विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी क्योंकि इसमें 120 खिलाड़ियों के भाग्य का फैसला होना था। इन खिलाड़ियों में 91 भारतीय और 29 अंतरराष्ट्रीय सितारे शामिल थे, जिसमें तीन खिलाड़ी एसोसिएट राष्ट्रों से थे। टीमें अपने संयोजन को और मजबूती देने की योजना के साथ आईं, और इसके लिए उन्हें ₹15 करोड़ का बजट मिला था।
नीलामी के प्रमुख पहलू
इस नीलामी में गुजरात जायंट्स के पास ₹4.4 करोड़ का सबसे बड़ा बजट था, जबकि दिल्ली कैपिटल्स के पास केवल ₹2.5 करोड़ था। पांच टीमों को मिलकर कुल 19 जगहों को भरना था, जिसमें से पांच जगहें विदेशी खिलाड़ियों के लिए आरक्षित थीं। मुख्य खिलाड़ियों में वेस्ट इंडीज की डेअंड्रा डॉटिन, इंग्लैंड की हीथर नाइट और लॉरेन बेल जैसी अंतरराष्ट्रीय सितारे प्रमुख थीं, जबकि भारतीय खिलाड़ियों में स्नेह राणा और पूनम यादव शामिल थीं।
नीलामी पर चर्चा
नीलामी में कई प्रमुख खरीददार देखे गए। गुजरात जायंट्स ने डेअंड्रा डॉटिन को ₹1.70 करोड़ में खरीदा और मुंबई इंडियंस ने नादीन डे क्लर्क को ₹30 लाख में खरीदा। दूसरी ओर, कुछ प्रमुख खिलाड़ियों जैसे हीथर नाइट, स्नेह राणा और कई अन्य ऑस्ट्रेलियाई और इंग्लैंड के खिलाड़ी बिना बिक्री के रहे। सबसे महंगी खिलाड़ी के रूप में सिंमरन शेख को गुजरात जायंट्स ने ₹1.9 करोड़ में हासिल किया।
टीमों का अंतिम रूप
नीलामी के बाद, सभी पांच टीमों के स्क्वाड्स को अंतिम रूप दिया गया। नई खरीददारियां टीमों की रणनीतिक योजना को दर्शाती थीं। गुजरात जायंट्स ने प्रमुखता से सबसे महंगे खिलाड़ी डेअंड्रा डॉटिन और सिंमरन शेख को शामिल किया, जबकि मुंबई इंडियंस और अन्य टीमों ने भी अपनी टीम को सशक्त करने के लिए महत्वपूर्ण खरीददारियां कीं।
प्रसारण
WPL 2025 नीलामी का लाइव स्ट्रीमिंग जियोसिनेमा पर किया गया और भारतीय खेल चैनलों जैसे स्पोर्ट्स18 1, स्पोर्ट्स18 1 एचडी, स्टार स्पोर्ट्स 1, और स्टार स्पोर्ट्स हिंदी पर भी इसका प्रसारण हुआ। यह नीलामी फैंस और क्रिकेट जानकारों के लिए उत्साहपूर्ण रही।
Arun Kumar
दिसंबर 17 2024ये नीलामी तो बस एक बड़ा नाटक था। कुछ खिलाड़ियों को 1.9 करोड़ में खरीदा और कुछ को बिना बोले छोड़ दिया। ये टीमें खिलाड़ियों को नहीं, अपनी ट्रेंडिंग लिस्ट के लिए खरीद रही हैं।
sugandha chejara
दिसंबर 18 2024सिंमरन शेख को ₹1.9 करोड़ में खरीदना बिल्कुल सही फैसला था। उनकी बल्लेबाजी में उतार-चढ़ाव होता है, लेकिन दबाव में वो अक्सर अपनी बेस्ट देती हैं। गुजरात के पास एक अच्छी रणनीति है।
Vikrant Pande
दिसंबर 18 2024अरे भाई, डेअंड्रा डॉटिन को ₹1.7 करोड़? ये तो एक बैट्समैन की कीमत है। उसकी बॉलिंग का औसत 25+ है, और वो फील्डिंग में भी नियमित नहीं। ये टीमें बस नाम से खरीद रही हैं। वैसे भी, WPL में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों का ज्यादा मतलब नहीं है।
हीथर नाइट नहीं बिकी? बिल्कुल बेकार बात है। उसकी लीडरशिप और बल्लेबाजी के बाद भी कोई नहीं खरीदा? ये टीमें तो बिल्कुल बेवकूफ हैं।
Indranil Guha
दिसंबर 20 2024अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को इतना पैसा देना गलत है। भारत के खिलाड़ियों को ज्यादा मौका देना चाहिए। ये सब विदेशी खिलाड़ी तो बस अपनी आय बढ़ाने आते हैं। हमारी स्नेह राणा को क्यों नहीं खरीदा? वो तो टीम इंडिया के लिए भी खेलती है!
Sohini Dalal
दिसंबर 22 2024मैं तो सोच रही थी कि सिंमरन शेख की कीमत ज्यादा हो जाएगी, लेकिन अगर उसका फॉर्म चलता रहा तो ये बहुत सस्ता खरीद हुआ। बस अगर वो बार-बार बाहर हो गई तो फिर बात बदल जाएगी।
Suraj Dev singh
दिसंबर 23 2024स्टार स्पोर्ट्स और स्पोर्ट्स18 दोनों पर लाइव था? बहुत अच्छा। मैंने जियोसिनेमा पर देखा, लेकिन अच्छा ऑडियो नहीं था। अगर अगली बार भी ऐसा होगा तो तो बेहतर स्ट्रीमिंग चाहिए।
venkatesh nagarajan
दिसंबर 24 2024ये सब नीलामी एक दर्पण है। हमारी समाज की नकली विजय का। हम नामों को बेचते हैं, न कि क्षमताओं को। एक खिलाड़ी का मूल्य उसके बल्ले से नहीं, उसके दिमाग से निकलता है।
indra group
दिसंबर 25 2024हीथर नाइट नहीं बिकी? ये तो भारत की शर्म की बात है! अगर ये एक भारतीय खिलाड़ी होती तो तीन टीमें उसे बोली लगातीं। अब तो लगता है जैसे हम अपने खिलाड़ियों को नहीं, बल्कि अंग्रेजों के नामों को बेच रहे हैं।
gauri pallavi
दिसंबर 25 2024मुंबई इंडियंस ने नादीन डे क्लर्क को ₹30 लाख में खरीदा? वाह! इतनी सस्ती में एक ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर? ये टीम तो बिल्कुल चालाक है। बाकी टीमें तो बस अपने बजट को बर्बाद कर रही हैं।
DHARAMPREET SINGH
दिसंबर 26 2024इस नीलामी में सबसे बड़ा ब्लैक आउट? बिना बिके रह गए खिलाड़ी। इतने बड़े नाम, इतना बजट, और फिर भी खाली खाली बैग। ये टीमें तो बस अपने बैंक बैलेंस को देख रही हैं, टीम को नहीं।
sreekanth akula
दिसंबर 27 2024भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में ये नीलामी एक मील का पत्थर है। जब तक हम खिलाड़ियों को उनकी क्षमता के हिसाब से मूल्य नहीं देंगे, तब तक ये लीग बड़ी नहीं हो सकती।
कुछ लोग कहते हैं विदेशी खिलाड़ियों को ज्यादा पैसा दिया जा रहा है, लेकिन ये उनकी अंतरराष्ट्रीय अनुभव की कीमत है। भारत के खिलाड़ियों को भी इतना मूल्य देना होगा।
Sarvesh Kumar
दिसंबर 28 2024डेअंड्रा डॉटिन को ₹1.7 करोड़? ये तो बस एक टूरिस्ट खिलाड़ी है। हमारे देश में ऐसे कितने खिलाड़ी हैं जो बिना नाम के लगातार खेल रहे हैं? ये नीलामी तो बस बाजार का नाटक है।
Ashish Chopade
दिसंबर 29 2024WPL 2025 की नीलामी भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक घटना है। इसका समर्थन करें। इसके लिए आपका धन्यवाद।
Shantanu Garg
दिसंबर 29 2024कुछ खिलाड़ियों को बिना बिके छोड़ देना तो बहुत बुरा लगा। खासकर स्नेह राणा। वो तो बहुत अच्छी खिलाड़ी है। शायद टीमों को और अच्छी तरह से रिसर्च करनी चाहिए।
Manu Tapora
दिसंबर 30 2024डेअंड्रा डॉटिन की बॉलिंग एवरेज 28.4 है, और उसकी स्ट्राइक रेट 21.5 है। ये आंकड़े देखकर क्या लगता है कि वो ₹1.7 करोड़ की खरीद है? या फिर ये सिर्फ ब्रांडिंग का खेल है?
Drishti Sikdar
दिसंबर 31 2024मुझे लगता है कि गुजरात जायंट्स ने बहुत बुद्धिमानी से खरीद की। सिंमरन शेख और डॉटिन दोनों अगर एक साथ खेलेंगे तो टीम का रणनीतिक फायदा होगा।
Agam Dua
जनवरी 1 2025हीथर नाइट को नहीं खरीदा? ये तो बिल्कुल बेवकूफी है। एक ऐसी खिलाड़ी जो बल्ले से भी बहुत अच्छी है और बॉलिंग से भी, और लीडरशिप भी है। ये टीमें तो बस ट्रेंड की पीछे भाग रही हैं।
और फिर भी लोग कहते हैं कि WPL बढ़ रही है। बढ़ रही है? ये तो बस बजट के आंकड़े बढ़ रहे हैं।
Gaurav Pal
जनवरी 2 2025सिंमरन शेख को ₹1.9 करोड़? ये तो एक बड़ा रिस्क है। अगर वो फॉर्म में नहीं रही तो ये खरीद बिल्कुल बर्बाद हो जाएगी। और ये तो बहुत सारे खिलाड़ियों के लिए अवसर खत्म हो गए।
srilatha teli
जनवरी 2 2025हर नीलामी में एक बड़ा संदेश होता है - अगर हम अपनी खिलाड़ियों को सम्मान देंगे, तो वो दुनिया को भी दिखा देंगी। डेअंड्रा डॉटिन और सिंमरन शेख की जोड़ी बहुत शक्तिशाली है। ये दोनों ने अपने खेल को नए ऊंचाइयों पर ले जाने का वादा किया है।
हीथर नाइट को न खरीदना एक अवसर का नुकसान है, लेकिन ये भी संभव है कि उनकी टीम ने उन्हें बाद में बुलाने की योजना बनाई हो। आशा है कि अगले सीजन में वो जुड़ेंगी।
स्नेह राणा और पूनम यादव जैसे खिलाड़ियों को न खरीदना एक लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट के लिए एक खोया हुआ अवसर है। लेकिन उनकी लगन और टीम के लिए दिए गए योगदान को कोई नहीं भूल सकता।
WPL बस एक लीग नहीं है - ये एक आंदोलन है। और इस आंदोलन को बनाने के लिए हमें अपने खिलाड़ियों को विश्वास देना होगा।