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भारतीय बॉक्सर निशांत देव की हार: पेरिस ओलंपिक में क्वार्टरफाइनल से बाहर

भारतीय बॉक्सर निशांत देव की हार: पेरिस ओलंपिक में क्वार्टरफाइनल से बाहर

भारतीय बॉक्सिंग में उम्मीदें और हार

पेरिस 2024 ओलंपिक में भारतीय बॉक्सर निशांत देव की यात्रा का अंत हो गया। क्वार्टरफाइनल मुकाबले में उन्हें मेक्सिको के मार्को वर्डे अल्वारेज के हाथों हार का सामना करना पड़ा। यह मुकाबला पुरुषों के 71 किलोग्राम भार वर्ग में था, जहां निशांत ने पहले दो राउंड में कड़ा मुकाबला किया, लेकिन आखिरी निर्णय उनके खिलाफ गया। यह हार भारतीय बॉक्सिंग फैंस के लिए एक निराशाजनक क्षण था।

क्वार्टरफाइनल की हार

निशांत देव ने क्वार्टरफाइनल में विस्तार पूर्वक अपनी ताकत दिखाई और मेक्सिको के बॉक्सर के खिलाफ जबर्दस्त खेल का प्रदर्शन किया। परन्तु अंत में जजों का निर्णय 4:1 के विभाजन निर्णय से मार्को वर्डे अल्वारेज के पक्ष में गया। इस हार के साथ ही निशांत का ओलंपिक में सफर समाप्त हो गया। गौरतलब है कि निशांत ने पहले राउंड में बढ़त हासिल की थी, लेकिन दूसरे और तीसरे राउंड में मेक्सिको के बॉक्सर ने जोरदार वापसी की।

अंतरराष्ट्रीय मंच पर निशांत की उपलब्धि

23 वर्षीय निशांत देव ने इस साल ताशकंद, उजबेकिस्तान में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। उनका अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग करियर तेजी से उभर रहा है और उन्हें युवा बॉक्सरों में से एक माना जाता है जिन्होंने भारतीय बॉक्सिंग को नए आयाम दिए हैं। निशांत ने वर्ल्ड ओलंपिक बॉक्सिंग क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में भी शानदार प्रदर्शन किया था और पेरिस 2024 के लिए क्वालीफाई किया था।

ओलंपिक की तैयारी

ओलंपिक की तैयारी

तैयारी के अनुसार निशांत ने थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में अपनी योग्यता सिद्ध की। इसके बाद उनका आत्मविश्वास और भी बढ़ गया था। उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में क्यूबा के जॉर्ज क्यूलर को 5-0 से हराकर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया था। यह जीत उनकी गुणवत्ता को साबित करती है और अंतरराष्ट्रीय मंच पर उनकी पहचान को और भी मजबूत बनाती है।

निशांत का भविष्य

हालांकि इस हार के बावजूद निशांत का करियर अभी भी बहुत ऊँचाइयों की ओर है। उम्मीद है कि वे आने वाले समय में और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे और नये मुकाम हासिल करेंगे। भारतीय बॉक्सिंग फेडरेशन और कोचिंग स्टाफ उनके प्रदर्शन से संतुष्ट हैं और उन्हें बेहतर भविष्य की उम्मीद है।

अंतिम विचार

निशांत देव की पेरिस 2024 ओलंपिक में हार भारतीय बॉक्सिंग फैंस के लिए एक निराशाजनक क्षण हो सकता है, लेकिन उनकी योग्यता और उनकी लगन किसी भी दृष्टिकोण से कम नहीं है। यह हार उन्हें और भी मजबूत करेगी और भविष्य में वे और भी अधिक उपलब्धियाँ हासिल करेंगे। निशांत ने अपनी मेहनत और समर्पण से सिद्ध कर दिया है कि वे भारतीय बॉक्सिंग के भविष्य का उज्ज्वल सितारा हैं।

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