एशियन पेंट्स के शेयर पर दबाव: क्या Q1 प्रदर्शन के बाद गिरावट होगी?
एशियन पेंट्स के शेयरों पर Q1 के बाद भारी दबाव हो सकता है। कंपनी ने 3% की वार्षिक गिरावट के साथ अपनी समेकित रेवेन्यू की रिपोर्ट की है। यह गिरावट 7% मात्रा में वृद्धि, 4% मूल्य में गिरावट और उत्पाद मिश्रण में 5-6% गिरावट के संयोजन के कारण हुई है। पिछले चार तिमाहियों की तुलना में यह स्पष्ट मंदी है।
कंपनी के प्रबंधन ने इस खराब प्रदर्शन के लिए गर्मियों के मौसम की कठोरता और चुनाव संबंधी सरकारी निर्माण गतिविधियों में व्यवधान को जिम्मेदार ठहराया है। जून में चुनावों के बाद कुछ सुधार तो देखा गया है, लेकिन प्रबंधन ने बाकी FY25 के लिए दोहरे अंकों की मात्रा वृद्धि की दिशा-निर्देश दी है।
गोल्डमैन सैक्स और अन्य विशेषज्ञों की राय
गोल्डमैन सैक्स ने एशियन पेंट्स पर 2,750 रुपये का लक्ष्य मूल्य सुझाया है। उनके अनुसार, कंपनी के 1QFY25 के परिणाम उनकी उम्मीदों से काफी कम थे, जिसमें समेकित एबिटडा में 20% की वार्षिक गिरावट दर्ज की गई।
निरमल बांग संस्थागत इक्विटीज ने FY25E और FY26E के लिए अपने ईपीएस अनुमानों को 5% से घटा दिया है और स्टॉक पर 2,915 रुपये का लक्ष्य सुझाया है। MOFSL FY25 और FY26 में मूल्य वृद्धि और मार्जिन दोनों पर सतर्क रहते हुए न्यूट्रल रेटिंग के साथ 3,150 रुपये का मूल्य लक्ष्य देती है।
वहीं, नूवामा संस्थागत इक्विटीज ने अपनी खरीदारी रेटिंग को बरकरार रखा है, और कमजोर Q1 को स्टॉक को छूट पर खरीदने का अवसर मानते हुए 3,450 रुपये का लक्ष्य सेट किया है।
क्या निवेशकों को करना चाहिए?
विश्लेषकों की राय में मतभेद हैं। कुछ विशेषज्ञ प्रतिस्पर्धी दबाव को देखते हुए सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं, जबकि अन्य मौजूदा गिरावट को खरीदने का अच्छा अवसर मान रहे हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि एशियन पेंट्स आने वाले तिमाहियों में प्रदर्शन में सुधार कर पाती है या नहीं।
जो निवेशक एशियन पेंट्स में निवेश करना चाहते हैं, उन्हें दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ निर्णय लेना चाहिए और बाजार के रुझानों के साथ-साथ कंपनी की रणनीतियों पर नज़दीकी नज़रिया रखना चाहिए।
Arun Kumar
जुलाई 20 2024ये तो बस एक और बड़ा भारतीय कंपनी का झूठा सपना है। गर्मी में पेंट बिकता ही नहीं, और चुनाव के बाद भी सरकारी ठेके अभी तक शुरू नहीं हुए। ये लोग तो बस शेयर बाजार में फंसे हुए हैं।
Sohini Dalal
जुलाई 20 2024अगर गोल्डमैन सैक्स का लक्ष्य 2750 है और नूवामा का 3450, तो क्या हम इसे एक बुलिश बुलशिट मानें या एक बेवकूफ़ बाजार? मैं तो अभी खरीद रही हूँ।
sugandha chejara
जुलाई 22 2024अगर आप लंबे समय तक रखना चाहते हैं, तो ये गिरावट बहुत अच्छा मौका है। एशियन पेंट्स की ब्रांड पावर अभी भी टिकी हुई है, और जब बाजार वापस आएगा, तो ये लोग फिर से बढ़ेंगे। बस डर के आगे जीत है।
Agam Dua
जुलाई 22 2024ये सब विश्लेषक बस अपने बोनस के लिए बातें कर रहे हैं। 20% एबिटडा गिरावट के बाद भी 3450 लक्ष्य? ये तो निवेशकों को धोखा दे रहे हैं। अगर ये कंपनी असली नहीं है, तो मैं तो इसे अपने बच्चों के लिए भी नहीं खरीदूंगा।
Manu Tapora
जुलाई 23 2024Q1 में 3% रेवेन्यू गिरावट, लेकिन FY25 में डबल डिजिट ग्रोथ का गारंटी देना? ये तो एक ऐसा फैंटेसी है जैसे कोई कहे कि बर्फ़ पिघल रही है, लेकिन अगले साल हिमालय बढ़ जाएगा।
Indranil Guha
जुलाई 24 2024हमारे देश की कंपनियाँ अभी भी अपने बाजार को समझ नहीं पा रहीं। अगर गर्मियों में बिक्री नहीं हो रही, तो फिर ग्राहकों को बाजार में लाने के लिए क्या किया जा रहा है? इसकी जगह बस चुनावों का दोष देना आसान है।
हमारे पास अपनी ब्रांडिंग की कमजोरी है, न कि मौसम की। ये कंपनी अभी भी 1990 के दशक के तरीकों से काम कर रही है।
अगर आप एक देशभक्त हैं, तो आपको इसे बचाना चाहिए, न कि इसकी निंदा करना।
gauri pallavi
जुलाई 25 2024मैंने इसे 3000 पर खरीदा था। अब 2600 है। बस बैठ गया हूँ। अगर ये कंपनी अपने बाजार में बाजी मारना चाहती है, तो फिर अपने बाजार को बदलो। मैं नहीं बदलूंगा।
srilatha teli
जुलाई 25 2024एक विशेषज्ञ के रूप में, मैं यह कहना चाहूँगी कि एशियन पेंट्स की समस्या केवल बाजार या मौसम नहीं है। यह उत्पाद डिजाइन, वितरण श्रृंखला और ग्राहक अनुभव की गहरी त्रुटि है।
क्या आपने कभी उनके नए रंगों को देखा है? वे अभी भी 2015 के रंगों को बेच रहे हैं। जबकि दुनिया एम्बिएंट रंगों और ई-कॉमर्स डिलीवरी पर जा रही है।
अगर ये कंपनी अपने ग्राहकों के साथ बात करना शुरू कर दे, तो ये गिरावट एक बार फिर से ऊपर की ओर जा सकती है।
मैं निवेश नहीं कर रही, लेकिन अगर ये बदलाव आए, तो मैं तुरंत वापस आऊंगी।
indra group
जुलाई 26 2024गोल्डमैन सैक्स? वो तो अमेरिकी बैंक हैं जो हमारे देश की कंपनियों को खरीदने के बाद बेच देते हैं। नूवामा का 3450 लक्ष्य तो एक जाल है। ये सब एक फेक न्यूज़ फैलाने की कोशिश है।
हमारे देश की कंपनियाँ अपने आप को बचाएंगी। अगर ये शेयर गिरे, तो ये हमारी जीत है - क्योंकि ये अब भारतीय निवेशकों के लिए सस्ते हो गए हैं।
venkatesh nagarajan
जुलाई 27 2024जब तक हम अपने आप को बाजार के अनुसार नहीं बदलेंगे, तब तक हम अपने आप को बाहरी बाजारों के शिकार बनाए रखेंगे। ये गिरावट एक आत्म-चेतना का संकेत है।
क्या हम वास्तव में इतना अच्छा बन रहे हैं? या हम सिर्फ अपने आप को बड़ा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं?
DHARAMPREET SINGH
जुलाई 28 2024एशियन पेंट्स के एबिटडा में 20% गिरावट - ये तो एक बड़ा डेटा पॉइंट है। लेकिन विश्लेषकों का लक्ष्य अभी भी 3000+? ये तो एक बड़ा डेटा डिस्टॉर्शन है। ये लोग अपने बॉस के लिए रिपोर्ट बना रहे हैं, न कि निवेशकों के लिए।
Drishti Sikdar
जुलाई 30 2024मैंने इसे 2022 में खरीदा था। अभी तक नहीं बेचा। बस बैठा हूँ। अगर ये बढ़ेगा, तो अच्छा होगा। अगर नहीं, तो मैं अपनी गलती स्वीकार कर लूंगी।
Suraj Dev singh
जुलाई 31 2024मैंने नूवामा के लक्ष्य को देखा। अगर वो सही है, तो ये शेयर अभी भी 25% से नीचे है। अगर आप एक दीर्घकालिक निवेशक हैं, तो ये एक बहुत अच्छा बाय ऑपर्चुनिटी है।
लेकिन एक बात याद रखें - ये कंपनी अपने उत्पादों को नवीनीकृत करे, तभी ये बढ़ेगी। नहीं तो ये बस एक और बुरा सपना बन जाएगा।