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वारी एनर्जीज़ का IPO 21 अक्टूबर को लॉन्च: ₹3600 करोड़ जुटाने की योजना

वारी एनर्जीज़ का IPO 21 अक्टूबर को लॉन्च: ₹3600 करोड़ जुटाने की योजना

वारी एनर्जीज़ का नया कदम: IPO लॉन्च

वारी एनर्जीज़, जो सोलर पैनल निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी है, अब अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) 21 अक्टूबर, 2024 को लॉन्च करने जा रही है। कंपनी की यह पहल बाजार में अपनी पहुंच बढ़ाने और सौर ऊर्जा परियोजनाओं के विस्तार के लिए महत्वपूर्ण कदम है। इस इश्यू में नई शेयरों की पेशकश के जरिए ₹3600 करोड़ की राशि जुटाई जाएगी, जबकि प्रमोटर और मौजूदा शेयरधारकों की ओर से 48 लाख इक्विटी शेयर बेचे जाएंगे।

आईपीओ की प्रमुख विशेषताएं

वारी एनर्जीज़ का यह IPO 18 अक्टूबर को एंकर निवेशकों के लिए एक दिन की बिडिंग के साथ शुरू होगा और 23 अक्टूबर को समाप्त होगा। इस पेशकश से जुटाई गई धनराशि का उपयोग ओडिशा में 6GW इनगॉट वेफर, सोलर सेल और सोलर पीवी मॉड्यूल निर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए किया जाएगा। इसके अलावा, यह राशि सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए भी उपयोग की जाएगी।

वर्तमान में वारी एनर्जी के पास पांच प्रमुख निर्माण सुविधाएँ हैं: सूरत, टुंब, ननडिग्राम, और चिकली जो गुजरात में स्थित हैं तथा भारत में नोएडा का इंडोसोलर संयंत्र भी शामिल है। कंपनी की कुल स्थापित क्षमता 30 जून, 2023 तक 12GW हो चुकी है, जो इसे सौर ऊर्जा उत्पादन में शीर्ष की ओर ले जाती है।

बाज़ार में पहले से विद्यमान दंगली

वारी एनर्जीज़ ने पहले सितंबर 2021 में सेबी के पास अपने आईपीओ के लिए शुरुआती दस्तावेज दाखिल किए थे। हालांकि, विभिन्न कारणों से उस समय इस सार्वजनिक निर्गमन को पीछे धकेल दिया गया था। इस बार कंपनी ने अपने आईपीओ की योजना को साकार करने के लिए कई वित्तीय प्रबंधकों के साथ काम किया है। इन प्रमुख प्रबंधकों में एक्सिस कैपिटल, आईआईएफएल सिक्योरिटीज, जेफरीज इंडिया, नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी और सिक्योरिटीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स, इंटेंसिव फिसकल सर्विसेज़ और आईटीआई कैपिटल शामिल हैं।

शेयर बिक्री में प्रमोटर्स की भूमिका

शेयर बिक्री के संदर्भ में, ऑफर फॉर सेल (OFS) में प्रमुख प्रमोटर वारी सस्टेनेबल फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड और शेयरधारक चंदुरकर इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड अलग-अलग के रूप में शामिल हैं। ये कदम कंपनी को न सिर्फ सुरक्षित वित्तीय आधार देने में मदद करेंगे बल्कि उनके परिचालन विस्तार की ओर एक ठोस कदम भी होंगे।

यह आईपीओ भारत के सौर ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। वर्तमान में जब दुनिया की नजर स्वच्छ ऊर्जा पर ज्यादा केंद्रित हो रही है, ऐसे में वारी एनर्जीज़ अपनी भूमिका को और मजबूती से प्रस्तुत करने के लिए कृतसंकल्प है। इस कंपनी की प्रक्रिया और प्रौद्योगिकी में महारत इसे सोलर उत्पादन में एक अग्रणी स्थान दिलाती है।

बाज़ार की उम्मीदें और भविष्य की योजनाएं

बाज़ार की उम्मीदें और भविष्य की योजनाएं

सोलर एनर्जी के बढ़ते महत्व के चलते, इस आईपीओ से न केवल कंपनी को वित्तीय मजबूती मिलेगी बल्कि निवेशकों को भी दीर्घकालिक लाभ की उम्मीदें हैं। वारी एनर्जीज़ की ओडिशा में नई परियोजना भारतीय सोलर बाजार में एक और विस्तार होगा, जिससे रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे। इस तरह के बड़े निवेश क्षमता और उत्पादन में सुधार लाने का मार्ग प्रशस्त करेंगे, जो अंततः पर्यावरण के लिए भी सहायक होगा।

सुरत, टुंब, नंदीग्राम, चिखली और नोएडा में कंपनी के पहले से मौजूद संयंत्रों का विस्तार करने के साथ-साथ इस नई परियोजना से तकनीकी विकास और नवाचार की नई दिशा भी मिल सकती है। ऐसे में वारी एनर्जीज़ का यह कदम न केवल निवेशकों बल्कि भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए भी सुधारात्मक बिंदु होगा।

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