सुमित नागल की विंबलडन 2024 में पहली मुख्य ड्रॉ उपस्थिति
भारत के शीर्ष रैंक वाले एकल खिलाड़ी सुमित नागल ने विंबलडन 2024 के पहले दौर में सर्बिया के मियोमिर केसमनोविक के खिलाफ अपना पहला मुख्य ड्रॉ मैच खेला और संघर्षपूर्ण प्रयास किया। इस प्रतियोगिता ने नागल के लिए बहुत मायने रखे, क्योंकि यह उनका पहला मौका था जब उन्होंने ग्रास कोर्ट के मुख्य ड्रॉ में कदम रखा।
मियोमिर केसमनोविक के खिलाफ संघर्ष
पहले दौर के मुकाबले में नागल ने केसमनोविक के खिलाफ चार सेटों में संघर्ष किया। शुरुआत में नागल ने कुछ बेहतरीन शॉट्स मारे, लेकिन केसमनोविक की उच्च रैंकिंग और अनुभव ने अंततः उन्हें बेहतर साबित किया। नागल ने दूसरे सेट में 6-3 से जीत हासिल की, लेकिन उनकी अनिश्चितता ने अन्य सेटों में उनके नुकसान का कारण बना।
नागल ने गेम के दौरान कई बार ब्रेक बैक करने की कोशिश की, विशेषकर चौथे सेट में जहां उन्होंने केसमनोविक के खिलाफ कड़ी टक्कर दी। हालांकि, केसमनोविक ने अपने संयम को बनाए रखा और मैच को चार सेटों में 2-6, 6-3, 3-6, 4-6 के स्कोर से जीत लिया।
प्रशिक्षण और तैयारी
सुमित नागल, जिन्होंने पिछले महीने पेरिस ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई किया था, ने लंदन में पहले से पहुँचकर प्रशिक्षण लिया था। उनका मुख्य फोकस अपने गेम में सुधार करना और ग्रास कोर्ट पर अनुकूलन करना था। उन्होंने अपनी पिछली क्ले कोर्ट सीजन की विस्तारित तैयारियों को ध्यान में रखते हुए अपने खेल में सुधार किया।
विंबलडन के पहले दौर में हार के बावजूद, नागल का प्रदर्शन प्रशंसनीय रहा। उनके फैंस और समर्थन करने वालों के लिए उनकी मेहनत और संघर्ष एक प्रेरणा है।
डबल्स प्रतिस्पर्धा में नई उम्मीद
विंबलडन में अपना एकल मुकाबला हारने के बाद, सुमित नागल अब पुरुष डबल्स में सर्बिया के दुसान लाजोविक के साथ मुकाबला करेंगे। यह जोड़ी पहले दौर में स्पेन के पेड्रो मार्टिनेज और जैमे मुनार का सामना करेगी। नागल और लाजोविक की जोड़ी से फैंस को काफी उम्मीदें हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इस अवसर का लाभ कैसे उठाते हैं।
भारतीय टेनिस का भविष्य
सुमित नागल का विंबलडन में प्रदर्शन भारतीय टेनिस के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है। यह प्रदर्शन युवा भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा बनेगा, जो बड़े मंचों पर अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। नागल की कड़ी मेहनत, समर्पण और उनकी कभी हार न मानने वाली भावना भारतीय टेनिस के उज्ज्वल भविष्य का प्रतीक हैं।
अंततः, नागल का विंबलडन 2024 में पहला मुख्य ड्रॉ मुकाबला भले ही समाप्त हो गया हो, लेकिन उनकी खेल यात्रा का यह एक महत्वपूर्ण अध्याय है। उनके संघर्ष और सफलता की कहानियाँ युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा हैं।
DHARAMPREET SINGH
जुलाई 4 2024नागल ने तो बस एक सेट जीता, बाकी सब बर्बाद। ग्रास कोर्ट पर अनुभव की कमी दिख गई। इतनी तैयारी के बाद भी ये ही नतीजा? अब डबल्स में भी ऐसा ही होगा।
sugandha chejara
जुलाई 5 2024दोस्तों, ये सिर्फ एक मैच नहीं, एक शुरुआत है। सुमित ने दुनिया के सबसे कठिन कोर्ट पर अपना नाम दर्ज किया। अगली बार वो जीतेगा, यकीन मानिए। उनकी मेहनत देखकर मुझे आशा मिलती है।
indra group
जुलाई 5 2024हमारे टेनिस के लिए ये जीत नहीं, एक बड़ी चीज है। अमेरिका और यूरोप के खिलाड़ी अपने लिए रास्ता बनाते हैं, हम बस उनके बीच टकराते हैं। नागल ने इस बार लड़ाई दिखाई - अब बाकी सबको भी लड़ना होगा।
gauri pallavi
जुलाई 7 2024केसमनोविक ने जीत ली, लेकिन नागल ने जो दिखाया, वो एक बड़ा ब्रेकथ्रू था। अब तक कभी नहीं देखा था भारतीय खिलाड़ी को विंबलडन में इतना लंबा लड़ते हुए। ये जीत नहीं, एक नया अध्याय है।
Shantanu Garg
जुलाई 8 2024मैच तो हार गए लेकिन दिमाग जीत गया। केसमनोविक के खिलाफ चौथे सेट में जो टक्कर दी, वो भारतीय टेनिस की नई पहचान है। अब बस बाकी लोगों को भी ये दिखाना है कि हम भी लड़ सकते हैं।
Agam Dua
जुलाई 10 2024ये खिलाड़ी है क्या? ग्रास कोर्ट पर बेहतरीन शॉट्स लगाता है, लेकिन जब तक उसके दिमाग में नहीं बैठेगा कि लड़ना है न कि बचना, तब तक वो कभी नहीं जीतेगा। बस बेहतरीन शॉट्स नहीं, दिमाग चाहिए।
Gaurav Pal
जुलाई 11 2024देखो ये विंबलडन का नया फॉर्मूला: भारतीय खिलाड़ी को लगभग जीतने का मौका दो, फिर उसे नीचे धकेल दो। ये नहीं खेल है, ये नाटक है। नागल ने अच्छा खेला, लेकिन अभी भी बहुत दूर है।
sreekanth akula
जुलाई 11 2024भारतीय टेनिस का इतिहास बदल रहा है। नागल ने न सिर्फ एक मैच खेला, बल्कि एक नए दौर की शुरुआत की। जब मैं बच्चा था, तो हम सिर्फ डेविस कप के बारे में सपने देखते थे। आज विंबलडन में एकल में चार सेट लड़ रहे हैं। ये असली बदलाव है।
Sarvesh Kumar
जुलाई 11 2024हमारे खिलाड़ी अभी भी बाहरी दुनिया के अनुकूलन की तलाश में हैं। नागल को अपने खेल को बदलना होगा। इस तरह के मैच खेलने से बेहतर है कि हम अपने देश में टेनिस स्कूल बनाएं।
Ashish Chopade
जुलाई 13 2024प्रशंसा के लिए नहीं, बल्कि विकास के लिए। सुमित नागल ने भारत के लिए एक नई मानक स्थापित किया है। अब अगले वर्ष, उसका लक्ष्य तीसरे दौर तक पहुंचना होगा।
Vikrant Pande
जुलाई 15 2024मैंने तो ये सब सुना है - नागल ने बहुत मेहनत की, उसका दिमाग अच्छा है, उसने भारत का नाम रोशन किया। लेकिन अगर आप असली टेनिस देखना चाहते हैं, तो टीम इंडिया के लिए एक निजी कोच नहीं, एक अंतरराष्ट्रीय टेक्निकल टीम चाहिए। नागल को अकेला छोड़ देना बहुत अनुचित है।
Indranil Guha
जुलाई 15 2024हमारे देश में टेनिस को राष्ट्रीय प्राथमिकता नहीं दी जा रही। नागल की इस उपलब्धि को राष्ट्रीय त्योहार की तरह मनाना चाहिए, लेकिन वास्तविकता यह है कि उसे अपने खाते से खर्च करके यहाँ तक पहुँचना पड़ा। ये देश का अपराध है।
srilatha teli
जुलाई 16 2024इस मैच के बाद नागल ने न केवल एक खिलाड़ी के रूप में, बल्कि एक प्रेरणा के रूप में अपनी जगह बना ली है। उनकी लगन और संघर्ष ने युवाओं को दिखाया कि असंभव कुछ भी नहीं है। यह एक ऐसा क्षण है जिसे हम न सिर्फ याद करें, बल्कि उसकी दिशा में काम करें।
Sohini Dalal
जुलाई 16 2024केसमनोविक के खिलाफ नागल का खेल देखकर लगा जैसे एक नए जादूगर ने अपना जादू दिखाया - बस थोड़ा जल्दी खत्म हो गया। अब डबल्स में देखते हैं कि क्या जादू दोहराता है।
Suraj Dev singh
जुलाई 16 2024नागल का डबल्स पार्टनर लाजोविक एक बहुत अच्छा खिलाड़ी है। उनकी जोड़ी अच्छी होगी। नागल को अब अपने एकल के अनुभव को डबल्स में इस्तेमाल करना होगा।
Arun Kumar
जुलाई 18 2024बस एक शब्द: बहुत बढ़िया। इतना लंबा मैच, इतना दिल लगाकर खेला, और फिर भी जीत नहीं? ये नागल की जीत है। अगली बार वो ट्रॉफी लेकर आएगा।
Manu Tapora
जुलाई 19 2024विंबलडन के ग्रास कोर्ट पर भारतीय खिलाड़ी का चार सेट तक लड़ना अब एक नया मानक है। नागल ने ये मानक स्थापित किया। अब बाकी खिलाड़ियों को इसे पार करना होगा।
Drishti Sikdar
जुलाई 20 2024मैं तो सिर्फ ये देखना चाहती थी कि क्या वो एक सेट भी जीत पाएंगे। और वो जीत गए। ये ही असली जीत है।