दिल्ली में 88 साल बाद रिकॉर्ड तोड़ बारिश
दिल्ली में जून महीने में 88 साल बाद रिकॉर्ड तोड़ बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, इस महीने में शहर को 228.1 मिमी बारिश प्राप्त हुई है जो जून के औसत 74.1 मिमी के मुकाबले तीन गुना अधिक है। इससे पहले ऐसी बारिश 1936 में दर्ज की गई थी, जब जून के महीने में 235.5 मिमी बारिश हुई थी। इस संदर्भ में यह दूसरी सबसे अधिक बारिश है जो 1901 से अब तक रिकॉर्ड की गई है।
हैरतअंगेज बारिश के आँकड़े
शुक्रवार सुबह 8:30 बजे तक लोधी रोड मौसम केंद्र में पिछले 24 घंटे में 192.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इस अभूतपूर्व बारिश ने शहर की सामान्य गतिविधियों को ठप कर दिया है।
बारिश के कारण दिल्ली के कई क्षेत्रों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थितियाँ उत्पन्न हो गई हैं। इस बारिश ने कई लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है और यात्राओं को बाधित किया है, विशेषकर कामकाजी लोगों और छात्रों के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन गई है।
आने वाले दिनों में और बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में भी दिल्ली में बारिश का दौर जारी रह सकता है। वीकेंड पर भी भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे जलभराव की समस्या और बिगड़ सकती है। मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने और अनावश्यक रूप से बाहर न जाने की सलाह दी है।
जलभराव और ट्रैफिक की समस्या
दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में जलभराव की समस्या अभी भी बनी हुई है। पानी तेजी से सड़कों पर जमा हो रहा है, जिससे वाहन चलाना मुश्किल हो गया है। यातायात पुलिस को इन परिस्थितियों में ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने पड़ रहे हैं।
खासकर सुबह और शाम के समय जब लोग अपने काम के लिए घर से बाहर निकलते हैं, तब ट्रैफिक जैम की समस्याएँ चरम पर होती हैं। इसके अलावा, कई कार्यालयों ने घर से काम करने की सलाह दी है ताकि कर्मचारी इस असुविधा से बच सकें।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। उनका कहना है कि इस बार मानसून सीजन में दिल्ली को करीब 650 मिमी बारिश प्राप्त हो सकती है। इस प्रकार की बारिश से सावधानीपूर्वक निपटना जरूरी है ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
आम जनता से अपील की गई है कि वे मौसम की अपडेट्स पर ध्यान दें और समयानुसार अपनी गतिविधियों को समायोजित करें। खासकर उन क्षेत्रों में रहने वाले लोग जहां जलभराव की समस्या है, वे अतिरिक्त सतर्कता बरतें।
समूह कार्रवाई की आवश्यकता
सरकारी एजेंसियों को अब सड़क मरम्मत और जल निकासी व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से निपटा जा सके। इसके साथ ही हम सभी को मिलकर पर्यावरण संरक्षण और सिंचाई व्यवस्थाओं को सुधारने की दिशा में प्रयासरत रहना चाहिए ताकि आने वाले समय में इस प्रकार के जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्याओं से बचा जा सके।
इस तरह की भारी बारिश के समय, आम जनता को भी जागरूक होना चाहिए और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहना चाहिए।
निष्कर्षतः
रिकॉर्ड तोड़ बारिश ने दिल्ली को न केवल जलमग्न किया, बल्कि आने वाले दिनों में और अधिक बारिश की चेतावनी भी दी है। इस बारिश ने शहर की सामान्य दिनचर्या को बाधित किया है और हमें सतर्कता और सजगता की आवश्यकता है।