प्रियंका गांधी का वायनाड से चुनाव लड़ने का फैसला
कांग्रेस पार्टी की प्रमुख नेता और जनरल सेक्रेटरी प्रियंका गांधी ने वायनाड से उपचुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है। यह सीट उनके भाई राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी। प्रियंका ने अपने राजनीतिक करियर में यह एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उनके पति, रॉबर्ट वाड्रा, जो खुद भी राजनीति में रुचि रखते हैं, ने इस फैसले पर खुशी जताई है और प्रियंका को खुलकर समर्थन दिया है।
रॉबर्ट वाड्रा का समर्थन और महत्वाकांक्षाएँ
रॉबर्ट वाड्रा ने प्रियंका गांधी के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि वह चाहते हैं कि प्रियंका चुनाव जीते और संसद में प्रवेश करें। वाड्रा ने यह भी इशारा किया है कि वह भी जल्द ही राजनीति में सक्रिय हो सकते हैं। उन्होंने कहा है कि प्रियंका के बाद वह भी समय आने पर संसद पहुँचने की तैयारी करेंगे। यह रॉबर्ट वाड्रा के राजनीतिक भविष्य का स्पष्ट संकेत है, और यह भी दिखाता है कि वह अपनी पत्नी के समर्थन में कितने दृढ़ हैं।
बीजेपी पर प्रहार
रॉबर्ट वाड्रा ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर भी कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने पार्टी पर आरोप लगाया है कि वह देश को धार्मिक लाइनों पर बांट रही है और नफरत फैला रही है। वाड्रा का कहना है कि जनता ने बीजेपी को सबक सिखाया है और अब समय आ गया है कि हम एकता और प्रेम की भावना से काम करें। उनका यह बयान उस समय आया है जब देश में कई स्थानों पर साम्प्रदायिक तनाव और विभाजन की खबरें सामने आ रही हैं।
प्रियंका गांधी की राजनीति में सक्रियता
प्रियंका गांधी, 52 वर्ष की उम्र में, पहले से ही कांग्रेस पार्टी की जनरल सेक्रेटरी के रूप में सक्रिय हैं। उन्होंने कई चुनाव अभियानों में अपने पार्टी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब वह सीधे चुनाव में उतर कर अपनी राजनीतिक उपस्थिती को और मजबूत करने जा रही हैं। वायनाड से उनकी उम्मीदवारी को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर है।
कांग्रेस का भविष्य
प्रियंका के चुनावी मैदान में उतरने से कांग्रेस पार्टी को नया उत्साह मिलेगा। पार्टी को उम्मीद है कि प्रियंका के नेतृत्व में वह जनता का विश्वास जीतने में सफल होगी। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी को एक मजबूत और करिश्माई नेता की जरूरत थी, और प्रियंका गांधी इस खाली जगह को भर सकती हैं।
वायनाड की जनता की प्रतिक्रिया
वायनाड के लोग प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी को लेकर खुश नजर आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि प्रियंका के आने से क्षेत्र का विकास होगा और उनकी समस्याओं का समाधान होगा। यह भी उम्मीद की जा रही है कि प्रियंका गांधी वायनाड के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेंगी और उनके मुद्दों को संसद में उठाएंगी।
निष्कर्ष
प्रियंका गांधी का वायनाड से चुनाव लड़ने का फैसला कांग्रेस पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके पति रॉबर्ट वाड्रा का समर्थन और खुद की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएँ इस फैसले को और भी महत्वपूर्ण बनाती हैं। इस घटनाक्रम पर देश भर की नजरें हैं, और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रियंका गांधी इस नए सफर में कितनी सफल होती हैं।
Manu Tapora
जून 20 2024वायनाड से चुनाव लड़ने का फैसला अच्छा हुआ। अब तक तो बस टीवी पर दिखती थीं, अब जमीन पर आ रही हैं। उम्मीद है असली समस्याएं सुनेंगी, बस फोटो नहीं खिंचवाएंगी।
venkatesh nagarajan
जून 20 2024राजनीति एक विरासत है, न कि एक योग्यता। प्रियंका गांधी के लिए यह एक अधिकार है, न कि एक चुनौती। रॉबर्ट की महत्वाकांक्षाएं भी उसी परिवार के विरासत के आधार पर बनी हैं।
Drishti Sikdar
जून 22 2024रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि वो भी संसद जाएंगे? अरे यार, ये तो अभी तक एक बार भी एक गांव नहीं गए, अब संसद की बात कर रहे हैं? अच्छा है कि वो बाहर रहे और अपनी पत्नी को घर से निकाल दें।
indra group
जून 22 2024अरे भाई, ये गांधी-वाड्रा परिवार का बाजार है क्या? हर चुनाव में नए नाम घुस रहे हैं! बीजेपी जो कर रही है, वो देश की रक्षा है। तुम लोग अपनी राजनीतिक विरासत को अपनी गलती बता रहे हो। भारत को गांधी नहीं, विवेकानंद चाहिए!
sugandha chejara
जून 22 2024प्रियंका जी को बहुत बधाई! आपका ये कदम दिल को छू गया। आप जिस तरह से अपने परिवार के साथ रिश्ते बनाए हुए हैं, वो देखकर लगता है कि आप न सिर्फ एक नेता हैं, बल्कि एक असली इंसान भी हैं। वायनाड के लोग आपका इंतज़ार कर रहे हैं।
DHARAMPREET SINGH
जून 23 2024ओहो, रॉबर्ट वाड्रा अब संसद में उतरने वाले हैं? बस एक बात बताओ - इनका राजनीतिक बैलेंस शीट कहाँ है? इन्होंने कभी किसी बजट में एक लाइन भी नहीं लिखी, अब देश की नीति बनाने आ रहे हैं? ये तो नियमित ड्रामा है, न कि राजनीति।
gauri pallavi
जून 25 2024रॉबर्ट वाड्रा जी ने कहा कि वो भी संसद जाएंगे… तो फिर अभी तक उनका एक भी राजनीतिक बयान कहाँ था? शायद वो अभी भी अपने गार्डन में फूल लगा रहे हैं। अच्छा है, वो चुप रहें।
Agam Dua
जून 27 2024ये सब गांधी वाड्रा राजनीति… ये तो एक बंदर की बात है। जिसने देश को नहीं बचाया, उसकी बेटी आई और बोली ‘मैं चुनाव लड़ूंगी’… ये राजनीति नहीं, ये टीवी शो है। आप लोग इसे विरासत समझते हो, लेकिन देश को ये विरासत नहीं, बोझ है।
Gaurav Pal
जून 27 2024ये सब नेता जो चुनाव लड़ रहे हैं, उनमें से किसने कभी एक गांव की बारिश देखी है? रॉबर्ट वाड्रा की बातें सुनकर लगता है कि वो अपने अमीर घर के बाहर निकले भी नहीं। और फिर बीजेपी को नफरत फैलाने का आरोप? बस अपने आप को देखो।
sreekanth akula
जून 29 2024वायनाड एक ऐसा स्थान है जहां लोग जमीन से जुड़े हैं। प्रियंका गांधी को यहां आकर ये समझना होगा कि जमीन की बात बात करनी है, न कि घर की बात। रॉबर्ट के बयान तो बस फिल्मी डायलॉग हैं।
Sarvesh Kumar
जून 29 2024इन गांधी-वाड्रा लोगों को देश की जिम्मेदारी देने की कोशिश कर रहे हो? ये तो अपने बैंक खाते की जिम्मेदारी भी नहीं समझते! बीजेपी देश को सुरक्षित कर रही है, तुम लोग अपनी राजनीतिक विरासत को बचाने की कोशिश कर रहे हो।
Ashish Chopade
जून 29 2024प्रियंका गांधी का यह कदम राष्ट्रीय एकता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनकी नेतृत्व क्षमता, व्यक्तित्व और समर्पण के कारण वह भारत की भविष्य की आशा हैं। इस फैसले की प्रशंसा करता हूं।
Shantanu Garg
जून 30 2024अच्छा हुआ कि कोई गांधी वाला आया। अब तो बस यही देखना है कि वो क्या करती हैं, न कि जो कहती हैं। रॉबर्ट की बातें तो बस बातें हैं।
Vikrant Pande
जुलाई 1 2024अरे भाई, ये तो एक नया ट्रेंड है - जिनके पास नाम है, वो चुनाव लड़ते हैं। रॉबर्ट वाड्रा को राजनीति के बारे में कुछ पता है? वो तो अपने गार्डन के फूलों के बारे में बात करते हैं। ये सब नेता तो बस अपनी फैमिली नेम के साथ बिजनेस कर रहे हैं।
Indranil Guha
जुलाई 1 2024ये गांधी परिवार का राजनीतिक अधिकार अब तक चल रहा है, लेकिन ये देश के लिए एक अपराध है। बीजेपी को नफरत फैलाने का आरोप लगाना बहुत आसान है, लेकिन अपने अपराधों को नहीं देखना। रॉबर्ट वाड्रा के बयानों का एक भी आधार नहीं है।
srilatha teli
जुलाई 2 2024प्रियंका गांधी के इस कदम से एक नया संकल्प जन्म रहा है - नेतृत्व का नया अर्थ। राजनीति केवल नाम या विरासत नहीं, बल्कि सेवा है। उनकी निष्ठा और वाड्रा जी का समर्थन दोनों ही एक संदेश देते हैं - जब परिवार साथ हो, तो देश भी साथ होता है।
Sohini Dalal
जुलाई 4 2024रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि वो भी संसद जाएंगे? तो फिर अब तक क्या किया? शायद उन्हें अभी तक एक बार भी बजट पढ़ने की हिम्मत नहीं हुई। अच्छा है, चुप रहें।
Suraj Dev singh
जुलाई 4 2024प्रियंका जी के लिए बहुत बधाई। वायनाड के लोगों को आशा मिली है। उम्मीद है कि वो वाकई उनकी आवाज बनेंगी। रॉबर्ट जी का समर्थन भी अच्छा है - अगर वो वाकई साथ दें तो।